गुरुवार, 11 जून 2009

भारत की आज़ादी का इतिहास: भाग-3

श्री राजीव दीक्षित जी की व्याख्यानमाला से ।

मित्रों, करीब सौ कड़ियों की इस व्याख्यानमाला की शुरूआत हम श्री राजीव दीक्षित जी द्वारा सन 1997 में महाराष्ट्र के एक मंदिर में दिये गये ”भारत की आज़ादी का इतिहास“ नामक व्याख्यान से कर रहे हैं । हालांकि ये व्याख्यान 12 वर्ष पुराना है लेकिन तब से भारत देश की परिस्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है बल्कि बहुत से मामलों में स्थिति खराब ही हुई है । उम्मीद है कि ये व्याख्यानमाला आपको पसंद आयेगी ।

भारत की आज़ादी का इतिहास:भाग - 4 जल्दी ही आपको सुनने को मिलेगा । जय हिंद ।


3 टिप्‍पणियां:

  1. Dear sir,
    Thease facts are eye-opener for us.We,The Hostelers of Birla hostel-B are collectively hearing to this series on Dr.Arvind Pandey's Lapy.
    Lot of thankz...

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  2. bhart swabhiman ke andolan ko naman karta hoon ,mai naman karta hoon rajiv dixit ji ko jinse prerit hokar maine apni rastrawadi bhavna ko or adhik gahrai se jana or samcha hai. sri rajiv ji ko mai phir naman karta hoon or bharat swabhiman ke liye kam karne ka bada karta hoon. jay hind

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भारत स्वाभिमान एक जनआंदोलन है । इस आंदोलन रूपी यज्ञ में हमें आपकी आहुति की जरूरत पड़ेगी । आप अपने सपनों का भारत कैसा चाहते हैं ? आपके अमूल्य विचार, संदेश और जानकारियां आमंत्रित हैं । जय हिंद ।